पास आये तो जीने की वजह बन गये,
धीरे से मुस्कुराये यूँ की दिल की सदा बन गये,
धडकनों पे ना ज़ोर रहा,
ये दिल तुम्हारा हो गया,
खुद बा खुद ना जाने कब प्यार तुमसे हो गया,
अब बिन देखे तुम्हें ना चैन है,
ये रातें भी बेचैन है,
कब आँख खुले ये दिन होगा,
दीदार तुम्हारा कब होगा,
इस दीदार ने इतना तड़पाया,
धड़कन को मेरी थमाया,
अब दिल को करार तब आयेगा,
जब इज़हार-ए-इश्क़ तुमसे हो जायेगा,
सुबह की पहली किरण खिली,
मुझको ना मंज़िल मिली,
यूँ देखता रहा हर पल घड़ियों को
कि तुम अचानक आ गये,
अब हाल मेरा बेहाल है,
कैसे कहूँ तुमसे प्यार है,
फिर देख मुझे तुम मुस्काये
कि जोश का संचार हुआ,
लेके हाथ में हाथ तेरा
दिल की बात को कह गया,
कि पास जब से आये हो
जीने की वजह बन गये हो,
धडकनों पे ना अब इख़्तियार है,
अब नहीं डरता ये कहने से कि
बस तुमसे ही प्यार है,
बस तुमसे ही प्यार है
Unknown
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